चीन ने फसाया पकिस्तान को अपने जाल मे : देखीये पूरी रिपोर्ट
चीन ने फसाया पाकिस्तान को अपने जाल में, कोरोना के खिलाफ वैक्सीन के टेस्टिंग के लिये चुना पकिस्तान को और पकिस्तान मान भी गया, अगर टेस्टिंग फेल हो जाती है तो संकट आयेगी पाकिस्तान के लोगों पर. " जान भी जा सकती है" |
चीन ने फसाया पकिस्तान को अपने जाल मे, वैक्सीन टेस्टिंग के लिये उसने पकिस्तान को चुना और पकिस्तान की सरकार मान गई. यानी पकिस्तान के लोग अपनी जान जोखिम मे डाल कर करवायेंगे अपने उपर वैक्सीन की टेस्टिंग. अगर वैक्सीन असफल रहा तो पकिस्तान के लोगों की जान भी जा सकती है.
कोरोना काल मे जब पूरी दुनिया परेशान है, पूरी दुनिया इसकी वैक्सीन के तलाश मे है तब चीन का दावा है की उसने कोरोना की वैक्सीन ढूंड ली है. और उसने वैक्सीन की टेस्टिंग के लिये पकिस्तान को चुना है और तो और पकिस्तान मान भी गया है. यानी टेस्टिंग पकिस्तान के लोगों पर होगी और वैक्सीन बनाने का श्रेय चीन को जायेगी. यानी वाहवाही चीन की होगी और जान का जोखिम पकिस्तान के आवाम पर होगा.
दरसल पाकिस्तानी के टीवी चैनल का दावा है की चीन ने कोरोना के खिलाफ वैक्सीन खोज लिया है और उसने वैक्सीन के टेस्टिंग के लिये पकिस्तान के लोगों को चुना है.
दुनिया को जब यह बात पता चली की चीन ने कोरोना के खिलाफ वैक्सीन का इजाद कर लिया है तब सबने राहत की सांस ली पर जब टेस्टिंग की लोकेशन पकिस्तान मे दर्ज हुई तब लगा की दाल मे कुछ काला जरुर है, क्युंकि अगर चीन को अपनी वैक्सीन पर भरोसा होता तो वो टेस्टिंग के लिये अपने ही देश के लोगों पर टेस्ट करता, और फीर वैक्सीन के सफलता के बाद अपने दोस्त मुल्को को वैक्सीन मुहव्या करवाता और फीर बाकी के मुल्को को भी वैक्सीन प्रदान करवाता, किंतु उसने टेस्टिंग के लिये पाकिस्तान को चुना. अब चीन की चालाकी ओर पाकिस्तान की लाचारी एक बार फीर दुनिया की सामने है.
पाकिस्तान अब अपनी लाचारी के कारण उस देश पर निर्भर है जिसने पूरी दुनिया मे कोरोना के रुप मे मौत बाटी है.
हैरानी की बात यह है की जिस महिला ने पकिस्तान टीवी चैनल पर इस बात की जानकारी दी है वो और कोई नही पकिस्तान के मंत्रि की पत्नी सादिया अफजल हैं. उन्होनें बताया की चिट्टी के अनुसार इस पूरे घटना को अंजाम देने के लिये लगभग 3 महिंने का वक्त लगेगा. लेकिन क्या होगा अगर इस वैक्सीन की टेस्टिंग फेल हो गई तो, इस बात की जानकारी ना तो इस चिट्टी ने दिया और नाही सादिया अफजल ने.
आपका यह जानना जरुरी है की पूरी दुनिया मे वैक्सीन के टेस्ट को लेके काफी वक्त लगता है. इसके लिये बैठक होती है, रणनीति बनायी जाती है, समय लिया जाता है, फीर सालों की रणनीतियों के बाद टेस्टिंग के लिये इजाजत दी जाती है. लेकिन चीन की जल्दबाजी और पकिस्तान की बेवकूफी के कारण पकिस्तान के लोगों के साथ क्या हो सकता है कोई नही जानता, अगर यह वैक्सीन टेस्टिंग मे फेल हो जाती है फीर तो पाकिस्तान के लोगो का जिवन जहन्नुम बन सकता है.
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